Good habits for children

t is not easy to feed healthy food to children, but if it is tasty, attractive and colorful then they will definitely enjoy it.

Synopsis

लोगों की अच्छी आदतें उन्हें अच्छा इंसान बनाती हैं इसलिए यह आदतें बचपन से ही सिखाई जानी चाहिए। Good Habits in children उसे अच्छा इंसान बनाने में उसकी मदद करेंगे।  जैसे-जैसे बच्चा बड़ा होता है वह दूसरों को देखकर कई आदतें सीखता है, जो अच्छी और बुरी दोनों ही हो सकती हैं। और उन habits का बच्चों के physical और  mental development पर गहरा असर पड़ता है।इसलिए अगर पैरेंट्स बच्चों को कम उम्र से ही good habits की practice करवाते हैं तो यह कदम बच्चे के बड़े होने पर उसे अच्छा इंसान बनाने में उसकी मदद करेंगे।  

इस आर्टिकल में हम बच्चों में good habits  को कैसे develop करें, यह डिस्कस करेंगे।

पौष्टिक भोजन- Healthy Nutritious Food

घर का बना खाना सबसे ज्यादा nutritious होता है।  लेकिन आजकल बच्चों को ज्यादातर फास्ट फूड, चिप्स, , बिस्कुट और चॉकलेट पसंद होती हैं, jजो सेहत के लिए बहुत नुकसानदेह होते है। इन सब fast foods को आप घर के बने नूडल्स, पास्ता, केक, कुकीज़ और पिज़्ज़ा से replace कर सकते है जो की उतना नुकसानदेह नहीं होगा। आप अगर उन्हें घर का बना healthy food भी delicious बना कर खिलाएंगे तो वह धीरे धीरे बाजार के junk food से दूरी बना लेंगे क्युकी अब उन्हें वही सब घर में खाने को मिल रहा है। 

साथ ही आप कोशिश करें के बच्चे के लिए बनाया गया खाना colourful हो। इसके लिए आप अलग अलग रंग की सब्ज़ियां और फल ले सकती है और उन्ही से उनके टिफ़िन या प्लेट   को और भी attractive बनाये  क्यूंकि colurs बच्चों को attract  करते है तो colourful खाना भी उन्हें attract करेगा तो  enjoy जरूर करेंगे।  

आप अपनी खुद  भी regular, nutritious, और well-balanced बनाइये जिससे बच्चे आपको देखकर inspire हो। 

Stay hydrated

Cold drinks और soda भी  छोटे बच्चों के लिए बहुत harmful है।इसलिए उन्हें पानी पीने की importance सिखाएं ताकि वो proper diet के साथ साथ पानी भी sufficient amount में पीएं। यह उन्हें लम्बे समय तक healthy रखने के लिए बहुत जरूरी हैं। 

शारीरिक गतिविधि promote physical activities

बच्चों को जितना हो  सके physically active बनाइये।  अक्सर बच्चे सोफे पर आराम से बैठ कर  काफी काफी देर तक टीवी  देखते रहते हैं।  बच्चों को बाहर जाकर खेलने के लिए encourage करिये।  

आप फैमिली एक्टिविटीज भी प्लान कर सकते हैं जैसे उनके साथ बाहर वॉक करने जाना स्विमिंग करना जॉगिंग करना या एक्सरसाइ ज करना आप मॉर्निंग की शुरुआत बच्चों के साथ फिजिकल एक्टिविटी से कर सकते हैं इससे बच्चों के अंदर फिजिकली एक्टिव रहने का और फिट रहने का रूटीन बन जाता है इसके लिए आप थोड़ा सा वर्कआउट के समय म्यूजिक का भी इस्तेमाल कर सकते हैं जो बच्चों को अच्छा लगता है . बच्चों को active बनाने के लिए किसी भी तरह का सपोर्ट के लिए भी इनरोल किया जा सकता है।  

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Personal hygiene

बच्चों को पर्सनल हाइजीन भी बचपन से ही सिखाई जानी चाहिए जैसे दिन में दो बार  ब्रश करना मॉर्निंग में उठते समय और एक रात में सोते समय।  रोज नहाना, खाना खाने के पहले और बाद में हाथ धोना, बाहर से घर में आने पर हाथ, मुँह ,पैर धोना।  क्लीन हाथ बच्चों की हेल्थ के लिए भी बहुत इंपॉर्टेंट है, उससे कई इनफेक्शियस डिसीसिस होने के चांसेस कम हो जाते हैं और उन्हें हाथ धोने का तरीका भी सीखाएं कि किस तरह से उन्हें 20 सेकंड तक हाथ को धोना है।  इसके अलावा उन्हें  यह भी बताएं कि जब भी खांसी आए या छींक आती है तो मुंह पर रुमाल रखना चाहिए। 

Limiting screen time 

यह एक वैल्युएबल हैबिट है जिसे बच्चे को शुरू से ही सीखना चाहिए प्रेजेंट जनरेशन में बच्चे गैजेट्स के साथ बड़े हो रहे हैं और उनकी हैबिट उनका बचपन से ही लग जाती है इसलिए बच्चों को बचपन से ही इन गैजेट्स की और स्क्रीन को कंट्रोल करना बहुत जरूरी है।

Value of money and saving money

अपने बच्चों को सेविंग्स के बारे में सीखाने के लिए पिग्गी बैंक दिलवाएं और बचपन से ही उन्हें पैसे बचाना और उनको इकट्ठा करना सिखाए।  और जैसे जैसे बच्चे बड़े  होने लगते हैं उन्हें मनी को use करना भी सिखाए। जैसे वह अपने पैसे से चीजों को कैसे खरीदें ? जिससे बच्चों को वैल्यू ऑफ़ मनी समझ में आएगी। यह हैबिट उन्हें लाइफ लोंग मदद करेगी। 

Public places पर कूड़ा-कचरा न फैलाएँ- Don’t Litter Public Spaces

अपने बच्चों को civilised and responsible citizens बनाएं। समझाएं कि public spaces waste फैलाने के लिए नहीं हैं। हरेक को garbage nearest dustbin में ही फेंकना चाहिए। इसी तरह जब आप बच्चों के साथ  घर से बाहर निकलें तो आप अपने साथ एक छोटा प्लास्टिक बैग ले जा सकते हैं और अपना सारा waste उसमें इकट्ठा कर सकते हैं जैसे empty water bottles, paper napkins या wrappers etc  उसे  घर लाएँ और dustbin में डालें। इसे सड़क के किनारे, या कार की खिड़की से बाहर फेंकना, यह बिलकुल ना करें यह गलत हैं। 

संसाधनों का संरक्षण- Conserving resources

हम समारोहों और रेस्तरां में देखते हैं कि लोग अपनी plate में बहुत सारा खाना बर्बाद करते हैं। अक्सर लोग पानी और बिजली भी बर्बाद करते हैं। चाहे पानी हो या बिजली, अपने बच्चे को इन precious resources को बचाना सीखाएं। जब  भी पानी का use    न हो तो नल बंद कर दें।  और जब light की जरूरत न हो तो switches को बंद कर दें। बच्चों को समझाएं कि natural and manmade resources को बचाने की क्या importance हैं। 

सकारात्मक बने रहें- Stay positive

आप पर भरोसा करना उन्हें भावनात्मक रूप से स्वस्थ बनाता है। बच्चों को किसी भी चीज़ और हर चीज़ पर आपसे खुलकर बात करने के लिए प्रोत्साहित करें। उन्हें वह सब आपके साथ share साझा करने दें जो दिन के दौरान हुआ। जब कोई चीज़ उन्हें परेशान करती है तो उन्हें आप पर भरोसा करने के लिए encourage करें। यह विशेष रूप से तब मददगार साबित होगा जब वे upset, hurt, afraid, confused, या गुस्सा होंगे। अपने बच्चे को सच बोलने के लिए encourage करें।बच्चे बहुत संवेदनशील होते हैं और छोटी-छोटी बातों पर या जब चीजें उनके अनुसार नहीं होतीं तो आसानी से दुखी  हो जाते हैं।

ऐसा वातावरण बनाना जो आपके बच्चों को किसी भी स्थिति में positive attitude रखने के लिए encourage करें। याद रखें, माता-पिता द्वारा मान्यता बच्चे के आत्मविश्वास को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। 

एक साथ पारिवारिक भोजन का आनंद लें- Enjoy Family Meals Together

आज हम जिस hectic lifestyle  में जी रहे हैं, उसमें family and elders  साथ बिताने के लिए शायद ही quality time बचा है। busy work life मतलब यह नहीं है कि आपके पास  बच्चों के साथ बैठने और उनकी personal issues सुनने का टाइम  ही न हो। यह सब बच्चों की growthके लिए बिलकुल भी ठीक नहीं हैं। इसके लिए अपने family members के साथ dinner time enjoy कर सकते हैं। उस समय आप बच्चों के साथ कई चीज़ों पर discuss कर सकते हैं और अपने views भी शेयर कर सकते हैं।  इसका आपके बच्चों पर long-lasting impact पड़ेगा। एक साथ खाने से बच्चे परिवार के साथ अच्छी तरह से comfortable होने लगते हैं। बड़ो के साथ bond  strong हो जाता है और वो और भी कई अच्छी बातें सीखते हैं। 

किसी की आलोचना या धमकी न दें

आलोचना छोटे बच्चों को बना या बिगाड़ सकती है। कम उम्र में, हर कोई इतना बुद्धिमान नहीं होता कि आलोचनात्मक टिप्पणियों को सकारात्मक रूप से ले सके। माता-पिता को अपने बच्चों की बातचीत और तौर-तरीकों पर नजर रखने और उनका बारीकी से मार्गदर्शन करने की जरूरत है। बच्चों को यह समझाना चाहिए कि आलोचना दूसरों को आहत कर सकती है, इसलिए उन्हें दूसरों के बारे में बुरा नहीं बोलना चाहिए। केवल मनोरंजन के लिए किसी ऐसे व्यक्ति को अनावश्यक रूप से चिढ़ाना या धमकाना जिसे आप शायद ही जानते हों, गलत है और स्वीकार्य नहीं है। यह सुनिश्चित कर लें कि कभी भी अपने बच्चे के सामने परिवार के सदस्यों के बारे में बुरा न बोलें।

 एक साथ पारिवारिक भोजन का आनंद लें

आज हम जिस व्यस्त जीवन में जी रहे हैं, उसमें परिवार और बुजुर्गों के साथ बिताने के लिए शायद ही कोई गुणवत्तापूर्ण समय बचा है। व्यस्त कामकाजी जीवन का मतलब यह हो सकता है कि आप बच्चों के साथ बैठने और उनकी कहानियाँ और व्यक्तिगत मुद्दे सुनने में असमर्थ होंगे। अपने परिवार के सभी सदस्यों के साथ रात्रि भोज का आनंद लेना प्राथमिकता बनाएं। आप कई चीज़ों पर चर्चा कर सकते हैं और एक दूसरे के साथ अपने विचार साझा कर सकते हैं; इसका आपके बच्चों पर दीर्घकालिक प्रभाव पड़ेगा। 

एक साथ खाने के अन्य लाभों में निम्नलिखित शामिल हैं:

बच्चे परिवार में सहज और अच्छी तरह समायोजित होने लगते हैंl बड़ों के साथ रहने पर बच्चों में खान-पान की अच्छी आदतें विकसित होती हैं और वे जंक फूड से परहेज करते हैं, बंधन मजबूत होते हैं l

Conclusion- Good Habit

याद रखें कि बच्चों की अच्छी आदतें आप तभी बना सकते हैं जब आप भी उन्हीं आदतों को फॉलो करते हैं, क्योंकि बच्चे आपको देखकर सबसे ज्यादा सीखते हैं।

 

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Anshu Shrivastava

मेरा नाम अंशु श्रीवास्तव है, मैं ब्लॉग वेबसाइट hindi.parentingbyanshu.com की संस्थापक हूँ।
वेबसाइट पर ब्लॉग और पाठ्यक्रम माता-पिता और शिक्षकों को पालन-पोषण पर पाठ प्रदान करते हैं कि उन्हें बच्चों की परवरिश कैसे करनी चाहिए, खासकर उनके किशोरावस्था में।

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