What is Stress and it’s symptoms
तनाव क्या है ?
हर एक के लिए तनाव Symptoms of stress का मतलब अलग-अलग होता है। कुछ लोगों को ट्रैफिक जाम से स्ट्रेस हो जाता है। और कुछ को नहीं। कुछ लोगों को hjealth problems से स्ट्रेस हो जाता है। कुछ बच्चों को exam fear रहता है। कुछ लोगों के लिए घर में कोई फैमिली मेंबर बीमार है, उसको देखना बहुत बड़ा स्ट्रेस का कारण हो सकता है। कुछ लोगों के relationship issues होते हैं। कुछ को गुस्सा बहुत आता है। इस वजह से तनाव होता है। तनाव Symptoms of stress के reasons बहुत सारे हो सकते हैं। क्योंकि हम लोगों के daily threat बदलते रहते हैं।
इन तनाव Symptoms Of Stress का रिस्पांस क्या होता है?
जब भी हम लोग किसी भी स्ट्रेस को फेस करते हैं तो हम देखते हैं कि हमारी हार्टबीट बढ़ जाती है। हमें sweating होने लगती है। Muscles बहुत टाइट हो जाते हैं और टेंस हो जाते है। इस तरह के reaction हर को होते हैं। आखिर यह reaction क्यों हो रहे हैं?
यह reaction Symptoms of stress हमारे अंदर इसलिए होते हैं क्योंकि हम उस threat या तनाव को handle कर सके। उसके लिए हमारी बॉडी रेडी हो पाए। जैसे आपने देखा होगा कि ट्रैफिक में अगर आप एकदम से किसी vehicle के सामने आ जाए तो आप within no time एक्शन लेते हैं। या कोई भी life threatening situations होती है, कोई डेंजर होता है तो लोग एकदम से react करते हैं। इसके लिए हमारी बॉडी हमको रेडी करती है कि हम तुरंत एक्शन ले पाएं। हम लोग इतना fast and quick एक्शन कैसे ले लेते हैं?
Stress
किसी भी Symptoms of stress तनाव को respond करते समय जो information हमारे ब्रेन तक पहुंचती है वो वह मैसेज ब्रेन एड्रेनल ग्लैंड को सेंड करता हैं। एड्रेनल ग्लैंड जो किडनी में होते हैं, वह हार्मोन secrete करते हैं जिनको हम commonly stress hormones कहते हैं। यह stress hormones , एड्रीनलीन और कॉर्टिसोल हैं जो हमें उस सिचुएशन को फाइट करने के लिए रेडी करते हैं।
उनका फंक्शन हार्टबीट को बढ़ाने का होता है। Breathing ज्यादा हो जाती है। Breathing ज्यादा फास्ट होने से ज्यादा ऑक्सीजन मिलती है जिसके कारण मसल्स टेंस हो जाती हैं। इसके कारण हमारे अंदर एकदम से बहुत पावर आ जाती है। और मन भी उस थ्रेट को डील करने के लिए फोकस हो जाता है। और हम लोग तुरंत एक्शन ले लेते हैं। इस सिचुएशन में हमारा बीपी हाई हो जाता है। ब्लड में ग्लूकोज बढ़ जाता है और ब्रीदिंग बढ़ जाती है। हार्ट का पल्पिटेशन बढ़ जाता है।
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किन जब वह सिचुएशन दूर हो जाती है तो धीरे-धीरे बॉडी उसको नॉर्मल करती है और हम लोग वापस नार्मल स्टेट में पहुंच जाते हैं। ब्लड प्रेशर भी नॉर्मल आ जाता है और ग्लूकोज भी नॉर्मल रेंज में हो जाता है।
लेकिन अगर किसी कारण से यह स्ट्रेस कंटिन्यूसली होता रहे और आपका सुबह से शाम तक डेली कई बार ऐसा हो रहा है और आप इसको डील नहीं कर पा रहे हैं तो आपकी बॉडी में बार-बार ब्लड प्रेशर बढ़ेगा। ब्लड ग्लूकोस बड़ेगा। ब्रीडिंग ज्यादा हो जाएगी तो इसका आपकी बॉडी पर नेगेटिव असर पड़ना शुरू हो जाता है।
स्ट्रेस रिस्पांस किसी थ्रेट को दूर करने के लिए तो बहुत अच्छा है क्योंकि अगर वो नहीं होगा तो हम इतना quick एक्शन नहीं ले सकते हैं। लेकिन वही रिस्पांस अगर आप लॉन्ग टर्म में देखेंगे तो इसका नेगेटिव इंपैक्ट पड़ता है। हमें समझना चाहिए कि क्या हम दिन भर तो नहीं स्ट्रेसफुल रहते हैं और हमारी बॉडी कंटीन्यूअस इस स्टेट में रहती है। अगर हम यह चेक करें तो हम देखेंगे कि मोस्टली हम लोग बहुत ज्यादा टाइम के लिए स्ट्रेसफुल रहते हैं और हम रिलैक्स नहीं कर पाते हैं। इसका नेगेटिव इफेक्ट हमारी बॉडी में दिन भर रहता है।
तनाव के लक्षण Symptoms Of Stress-
मानसिक चिंता और तनाव:
स्ट्रेस के सबसे सामान्य लक्षणों में से एक है मानसिक चिंता और तनाव। यह व्यक्ति को परेशान और उदास बना सकता है।
शारीरिक लक्षण:
दर्द, सिरदर्द, उबकाई, और पेट दर्द जैसे शारीरिक लक्षण स्ट्रेस की एक सामान्य पहचान हैं।
नींद की समस्याएं:
स्ट्रेस के कारण नींद में बाधा हो सकती है और व्यक्ति अनियमित नींद के साथ अच्छे स्वास्थ्य का सामना करना पड़ता है।
बदलता व्यवहार:
किसी को गुस्सा या छोड़ने की इच्छा, अधिक खाने या कम खाने की इच्छा, इन सभी बदलते व्यवहार स्ट्रेस के संकेत हो सकते हैं।
तनाव का सामना कैसे करें
अभ्यास ध्यान और प्राणायाम:
योग, ध्यान, और प्राणायाम से मानसिक स्थिति को सुधार सकते हैं और तनाव को कम कर सकते हैं।
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स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम:
सही आहार और नियमित व्यायाम से शारीरिक स्वास्थ्य को बनाए रखना स्ट्रेस को कम करने में मदद कर सकता है।
समय प्रबंधन:
कार्य का सही समय पर पूरा करने का प्रयास करें और समय का ठीक से प्रबंधन करें ताकि अधिक दबाव ना हो।
सही नींद:
नियमित और पर्याप्त नींद लेना भी मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है।
निष्कर्ष – तनाव और इसके लक्षण
तनावSymptoms of stress का सामना करना हमारे जीवन का हिस्सा है, लेकिन हमें इसे सही तरीके से संभालना चाहिए। हमारी बॉडी में amazingly स्ट्रेस के साथ निपटने की क्षमता होती है , लेकिन यदि यह स्थिति नियमित रूप से बनी रहती है, तो इससे बीमारियों का सामना करना पड़ सकता है। well organised lifestyle, positive thinking, and right companionship से स्ट्रेस को कम किया जा सकता है और एक healthy और खुशहाल जिंदगी की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं।
स्ट्रेस को समझना और इसे manage करना हमारे स्वास्थ्य और personal life के लिए बहुत जरूरी है। इसे सही perspective से देखकर हम लोग अपने जीवन को healthy, positive, and balanced बना सकते हैं।