
निम्न्लिखित पेरेंटिंग टिप्स का माता पिता को पालन करना चाहिए:
जब माता-पिता बच्चों के विचारों को सुनते हैं तो वे अच्छा और महत्वपूर्ण महसूस करते हैं।
जब माता-पिता बच्चों के विचारों को सुनते हैं तो वे अच्छा और महत्वपूर्ण महसूस करते हैं।
माता-पिता हमेशा अपने बच्चों की उचित देखभाल करना चाहते हैं और इसके बारे में अच्छी जानकारी होना माता-पिता और बच्चे दोनों के लिए फायदेमंद होता है।
जब आप अपना समय वर्तमान क्षण में बिताते हैं तो सकारात्मक भावनाओं को प्राप्त करना बहुत आसान होता है। अपने आस-पास क्या हो रहा है, इस पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करके उस पल के साथ दोबारा जुड़ें।
लगातार गुस्से से लोगों का बीपी बढ़ जाता है और स्ट्रेस हार्मोन अनियंत्रित हो जाते हैं, जिससे उनका इम्यून सिस्टम भी कमजोर हो जाता है।
Happy and supporting parents are the best Parents.
विविधता प्रकृति का मुख्य सार है और हमें विचारों को ज्यादा खुला बनाना चाहिए,
आपस के विचारों का सम्मान करना चाहिए।
किसी भी संबंध में यह अच्छे संबंध बनाने का सार है।
बच्चों के साथ कुछ समय गार्डन में भी बिता सकते हैं, पौधों को पानी देना, सफाई करना कुछ डेकोरेटिव पीसेज घर में लगाना, अपनी वार्डरोब को ठीक करना इत्यादि।
समाज व्यक्ति से बनता है और किसी भी समाज की गुणवत्ता और विकास उसके व्यक्तियों की गुणवत्ता और विकास पर निर्भर करती है।
बच्चों के हाथ के बने हुए कार्ड को देखकर बुजुर्गों को बहुत अच्छा महसूस होता है।
यह बच्चों को अन्य लोगों के प्रति दयालुता और सहानुभूति सीखने में मदद करता है, विशेष रूप से वृद्ध और बीमार लोगों के लिए।
इस जीवन में कुछ भी संपूर्ण नहीं है इसलिए हमें परिस्थितियों को स्वीकार करना सीख लेना चाहिए। परिस्थितियों को स्वीकार कर लेना एक कला है और इसमे बहुत शक्ति है।
उसने मेंरे जीवन में आए परिवर्तन को महसूस किया। धीरे-धीरे वह मेंरे विचार से सहमत हुए और वह थियेटर करने के लिए सहमत हुए।
हमने सोचा कि क्यों न अब हम वह काम करने कि कोशिश करें जो हमने कभी सोचा तो था पर कभी कर नहीं पाए। मैंने देखा हैं कि हरेक का कोई न कोई सपना अधूरा ही रह जाता हैं।”
मुझे उस दिन खुशी के अर्थ को फिर से परिभाषित करने के लिए मजबूर होना पड़ा जिसे मैंने महिला से सीखा। उसने अपने बेटे के इलाज में अपना पूरा भाग्य खो दिया था। लेकिन